Friday, April 26th, 2024 Login Here
बड़े
ही विलक्षण थे वे क्षण जब हमारा वीर सपूत अभिनन्दन एक वीर विजेता योद्धा
के रूप में 60 घण्टे दुश्मन देश मे रह कर विजयी भाव ले कर अपने देश की धरती
की तरफ कदम बढ़ा रहा था।उनके चेहरे के भाव शौर्यपूर्ण ओजस्विता लिए
आत्मविश्वास से लबरेज थे। नापाक दुश्मन की जमीन छोड़ कर जब यह वीर योद्धा
अपने देश की सीमा के करीब आ रहा था तो लग रहा था मानो हमारा यह एक ही
जाबांज बन्दा पाकिस्तान को हरा कर अपने वतन की सरज़मी को चूमने आ रहा हो।
भारतीय वायुसेना की पाक के आतंकी ठिकानों पर दुनिया की सबसे बड़ी
कार्यवाही,पूरे विश्व समुदाय का भारत को समर्थन इसी दौरान वीर पायलट
अभिनन्दन ने पाकिस्तान के हमले को नाकाम करते हुए उसके ताकतवर विमान के
चिथड़े उड़ा दिए,हालात कुछ ऐसे बने कि उन्हें पाक सीमा में उतरना पड़ा और वे
दुश्मन के कब्जे में आ गए। लेकिन यह शूरवीर कहाँ हार मानने वाला था लड़ता
रहा डटा रहा दुश्मन की हर नापाक चाल को नाकाम करता रहा... कहते हैं
पराक्रमी के साथ परमात्मा होता है,भारत की ताकत और अंतरराष्ट्रीय सन्धि के
चलते अभिनन्दन को बंदी नहीं रखा जा सकता था, भारत के आगे गुटने टेक चुका
पाक पहले शांति के लिए गिड़गिड़ाया और हमारे अभिनन्दन को लौटा कर उदार होने
का नाटक किया। आखिर बकरे की मां कब तक खेर मनाएगी,आ ही गया ऊंट पहाड़ के
नीचे अब नानी याद आ रही है, अभिनन्दन जब अपनी पवित्र मातृभूमि की ओर बढ़ रहे
थे तब उनके विजयी कदम पूरे देश के जज्बे को प्रगट कर रहे थे। अपने कमीनेपन
की हदों को पार कर चुका दुश्मन देश बिना युद्ध के ही धाराशाही हो गया।
सचमुच अभिनन्दन हर देशभक्त के प्रतीक पुरुष हो गए हैं। फायटर विमान के
पायलट की जिन्दगी चौतरफा खतरों से घिरी होती है कमांडर खुद जिंदगी के बचने
की आधी उम्मीद ही मानते हैं , इस वीर ने अपनी मातृभूमि का कर्ज चुकाते हुए
दुश्मन के एक बड़े हमले से सेना और देश को बचाया। पाक के लोगों ने उन्हें
प्रताड़ित भी किया लेकिन दुनिया की किरकिरी सह रहा यह देश भारत से थर्राया
हुआ है,अभिनन्दन की देशभक्ति के आगे कोई नापाक इरादा कामयाब नहीं हुआ,उनने
गोपनीय दस्तावेज मुंह में निगल लिए,ताकि दुश्मन को हमारी कोई इन्फर्मेशन
नहीं मिल सके 45 मिनीट के कथित वीडियो में 18 कट के साथ उनकी एडिट
वाइज,साबित करती है कि यह बन्दा अपनी जान की परवाह किये बगैर अपनी देश
भक्ति पर कायम रहा।सचमुच यही असली हीरो है। इतने संवेदनशील मामले में भी
अपनी जहरीली जुबान से बाज नहीं आ रहे सत्ता के लालची नेताओं को अभिनन्दन
जैसे सच्चे बहादुर देश भक्त को देख कर अपनी मरी हुई आत्मा को जागृत करना
चाहिए,शायद यही उनका प्रायश्चित हो।कमांडर अभिनन्दन देश के लिए एक उम्मीद
बन कर आए हैं मौजूदा विकृत व्यवस्थाओं में कोई भरोसेमंद रहा ही नहीं सब तरफ
से निराशा... ऐसे में अभिनन्दन एक रोशनी बन कर आए हैं...अभी सब कुछ मरा
नहीं है,ये सपूत हैं जो देश को बचाए हुए है अन्दर और बाहर की कई नापाक
नजरों से।