Tuesday, April 30th, 2024 Login Here
नंबरों के खेल में उलझाया डेमू के किराये को
मंदसौर निप्र। रेलवे वैसे तो सेवा का क्षेत्र कहा जाता था, लेकिन समय के साथ कहीं न कहीं यात्रियों की जेब पर बोझ बढ़ा है। इधर सुविधाओं की बात करें तो उस स्तर पर आम आदमी को सुविधाएं नहीं मिल पाई। यहां बात कर रहे हैं डेमू ट्रेन की। स्पेशल श्रेणी का दर्जा देकर अभी दुगुना किराया इस ट्रेन में वसूला जा रहा है।
रेलवे ने कोरोना के दौरान स्पेशल, मेमू, डेमू ट्रेन को एक्सप्रेस की श्रेणी में शामिल करते हुए एक्सप्रेस का किराया लागू कर दिया था। फिर इसी मार्च में आदेश जारी कर इन ट्रेनों में कोविड से पहले वाला सामान्य किराया लागू कर दिया। रेलवे ने नोटिफिकेशन जारी कर मेमू (मेनलाइन इलेक्ट्रिक मल्टीपल यूनिट) ट्रेन और जीरो नंबर से शुरू होने वाली सभी पैसेंजर ट्रेनों का किराया घटाया। इसे ऐसे समझा जा सकता है कोविड के पहले डेमू में नीमच से रतलाम का किराया 35 था, जिसे कोविड में 65 रुपए किया गया। अब रेलवे ने 35 रुपए कर दिया लेकिन रेलवे ने नंबरों का खेल करते हुए यात्रियों को कई ट्रेनों में इस सुविधा से वंचित रखा है। रेलवे ने ट्रेन नंबर 19346 भीलवाड़ा से रतलाम के बीच चलने वाली डेमू को स्पेशल से सामान्य श्रेणी में नहीं किया। जबकि यह ट्रेन पहले भी डेमू के नाम से चलती थी। इसमें कोच भी डेमू के लगे हैं और स्टॉपेज भी डेमू वाले हैं। इस कारण सुबह-शाम चित्तौडग़ढ़, भीलवाड़ा से रतलाम-इंदौर चलने वाली एवं इंदौर-रतलाम से चित्तौडगढ़ भीलवाड़ा चलने वाली ट्रेन में यात्रियों को कम किराये की सुविधा नहीं मिल पा रही है। इस ट्रेन में डेली अपडाउन और मजदूरी के लिए आने-जाने वाले लोग ज्यादा यात्रा करते हैं इन सभी को एक्सप्रेस श्रेणी का किराया देना पड़ रहा है।
इस तरह समझें अंकों का खेल
कोविड से पहले सुबह भीलवाड़ा से रतलाम के बीच डेमू चलती थी जिसे रेलवे ने कोविड में एक्सप्रेस श्रेणी में कर दिया। अभी ट्रेन नंबर 19346 भीलवाड़ा से रतलाम के बीच चलती है जो सुबह 6.20 पर नीमच आती है करीब 9.15 बजे रतलाम पहुंचती है।नीमच से रतलाम पहुंचने में करीब 3 घंटे का समय लेती है और इसमें किराया 65 रुपए लगता है। सारी सुविधा डेमू वाली हैं लेकिन रेलवे ने केवल इसे स्पेशल श्रेणी वाला नंबर 19346 दे रखा है इसके आधार पर अधिक किराया वसूला जा रहा है।
दोपहर वाली को डेमू को किया सामान्य
रेलवे ने मार्च में जो आदेश जारी किया उसके आधार पर दोपहर में चित्तौडगढ़ से रतलाम के बीच चलने वाली ट्रेन नंबर 09800 को डेमू की सामान्य श्रेणी में लेते हुए इसका किराया पहले की तरह सामान्य कर दिया है। इसमें नीमच से रतलाम का किराया 35 रुपए लिया जा रहा है। इसी तरह कोविड से पहले रतलाम-बीना एवं दाहोद भोपाल ट्रेन भी सामान्य श्रेणी में संचालित होती थी। कोविड में इन ना ट्रेनों को स्पेशल श्रेणी में लिया गया तब से एक्सप्रेस श्रेणी का किराया लिया जा रहा।
मंदसौर निप्र। रेलवे वैसे तो सेवा का क्षेत्र कहा जाता था, लेकिन समय के साथ कहीं न कहीं यात्रियों की जेब पर बोझ बढ़ा है। इधर सुविधाओं की बात करें तो उस स्तर पर आम आदमी को सुविधाएं नहीं मिल पाई। यहां बात कर रहे हैं डेमू ट्रेन की। स्पेशल श्रेणी का दर्जा देकर अभी दुगुना किराया इस ट्रेन में वसूला जा रहा है।
रेलवे ने कोरोना के दौरान स्पेशल, मेमू, डेमू ट्रेन को एक्सप्रेस की श्रेणी में शामिल करते हुए एक्सप्रेस का किराया लागू कर दिया था। फिर इसी मार्च में आदेश जारी कर इन ट्रेनों में कोविड से पहले वाला सामान्य किराया लागू कर दिया। रेलवे ने नोटिफिकेशन जारी कर मेमू (मेनलाइन इलेक्ट्रिक मल्टीपल यूनिट) ट्रेन और जीरो नंबर से शुरू होने वाली सभी पैसेंजर ट्रेनों का किराया घटाया। इसे ऐसे समझा जा सकता है कोविड के पहले डेमू में नीमच से रतलाम का किराया 35 था, जिसे कोविड में 65 रुपए किया गया। अब रेलवे ने 35 रुपए कर दिया लेकिन रेलवे ने नंबरों का खेल करते हुए यात्रियों को कई ट्रेनों में इस सुविधा से वंचित रखा है। रेलवे ने ट्रेन नंबर 19346 भीलवाड़ा से रतलाम के बीच चलने वाली डेमू को स्पेशल से सामान्य श्रेणी में नहीं किया। जबकि यह ट्रेन पहले भी डेमू के नाम से चलती थी। इसमें कोच भी डेमू के लगे हैं और स्टॉपेज भी डेमू वाले हैं। इस कारण सुबह-शाम चित्तौडग़ढ़, भीलवाड़ा से रतलाम-इंदौर चलने वाली एवं इंदौर-रतलाम से चित्तौडगढ़ भीलवाड़ा चलने वाली ट्रेन में यात्रियों को कम किराये की सुविधा नहीं मिल पा रही है। इस ट्रेन में डेली अपडाउन और मजदूरी के लिए आने-जाने वाले लोग ज्यादा यात्रा करते हैं इन सभी को एक्सप्रेस श्रेणी का किराया देना पड़ रहा है।
इस तरह समझें अंकों का खेल
कोविड से पहले सुबह भीलवाड़ा से रतलाम के बीच डेमू चलती थी जिसे रेलवे ने कोविड में एक्सप्रेस श्रेणी में कर दिया। अभी ट्रेन नंबर 19346 भीलवाड़ा से रतलाम के बीच चलती है जो सुबह 6.20 पर नीमच आती है करीब 9.15 बजे रतलाम पहुंचती है।नीमच से रतलाम पहुंचने में करीब 3 घंटे का समय लेती है और इसमें किराया 65 रुपए लगता है। सारी सुविधा डेमू वाली हैं लेकिन रेलवे ने केवल इसे स्पेशल श्रेणी वाला नंबर 19346 दे रखा है इसके आधार पर अधिक किराया वसूला जा रहा है।
दोपहर वाली को डेमू को किया सामान्य
रेलवे ने मार्च में जो आदेश जारी किया उसके आधार पर दोपहर में चित्तौडगढ़ से रतलाम के बीच चलने वाली ट्रेन नंबर 09800 को डेमू की सामान्य श्रेणी में लेते हुए इसका किराया पहले की तरह सामान्य कर दिया है। इसमें नीमच से रतलाम का किराया 35 रुपए लिया जा रहा है। इसी तरह कोविड से पहले रतलाम-बीना एवं दाहोद भोपाल ट्रेन भी सामान्य श्रेणी में संचालित होती थी। कोविड में इन ना ट्रेनों को स्पेशल श्रेणी में लिया गया तब से एक्सप्रेस श्रेणी का किराया लिया जा रहा।