Friday, April 26th, 2024 Login Here
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नपा साधारण सम्मेलन के दौरान जमकर हंगामा
,बैठक में 657 प्रकरण स्वीकृत, 61 प्रस्ताव गिरे

मंदसौर निप्र। नगर पालिका अध्यक्ष हनिफ शेख की अगुवाई में पहली बार साधारण सभा की बैठक हुई लेकिन बैठक में जबरदस्त हंगामा हुआ, दर्शक दीर्घा में बैठे पार्षद पति और नपाध्यक्ष के बीच खुब कहा-सूनी हुई, स्थिति यह बन गई कि नपाध्यक्ष के परिजनों और दो पार्षद पतियों के बीच मारपीट होने तक की नौबत आ गई। बैठक के बाद भी पार्षद पति और नपाध्यक्ष जमकर आमने-सामने हुए, पार्षद पति को कांग्रेस पार्टी से निकालने तक की मांग उठ गई, हालांकि बीच-बचाव के चलते पूरा मामला शांत हो गया। उधर बैठक में भी शहर के विकास मुद्दों पर पार्षदों ने खूब वाद-विवाद  किया हंगामे दार बैठक में 657 प्रकरण पारित हो गये लेकिन 61 प्रस्ताव गिर गये।
नगर पालिका की हंगामे दार बैठक के आखरी प्रस्ताव पर चर्चा हो रहीं थी इसी दौरान कांग्रेस पार्षद शाकेरा खेड़ी वाला  ने नगर पालिका अध्यक्ष मो हनिफ शेख को इंगित करते हुए कहा कि शिवना नदी में बाढ़ के समय गुदरी वाला बड़ा गेट बंद किया जाता था। इस चर्चा के दौरान नपाध्यक्ष ने रिंगवाल के पास वाले बड़े गेट के बारे में कहा तभी दर्शक दीर्घा में बैठे शाकेरा के पति युसूफ खेड़ी वाला ने नपाध्यक्ष को सुनाते हुए कहा कि आपको यहींपता नहीं है कि  बाढ़ के समय कौन सा गेट बंद किया जाता है और नगर पालिका अध्यक्ष बन गऐ ?इस पर नपाध्यक्ष शेख ने अपनी आसंदी से ही कहा नियमानुसार दर्शक दीर्घा में बैठकर आप बैठक के विषय में हस्तक्षेप नहीं कर सकते हो। यहा पार्षद बात कर रहे है। युसूफ खेड़ी वाला यह सूनकर और उत्तेजित हो गये और उन्होंने अध्यक्ष के लिये अपशब्दों का उपयोग किया जिसे सूनकर दर्शक दीर्घा में ही बैठे पार्षद प्रतिनिधी सुदीप पाटील और नपाध्यक्ष शेख के चाचा ने आपत्ति ली तो दर्शक दीर्घा में ही आपस में कहा सूनी होने लगी जो हाथापाई की नौबत तक पहुॅचती उससे पहले कुछ अन्य लोगों ने बीच बचाव कर टकराव को टाला। लेकिन उसके बाद खेड़ी वाला बैठक के बाद परिषद हाल में पहुॅचे और एक बार फिर हनिफ शेख से विवाद करते हुए फिर हंगामा करने लगे। इस दौरान वहा मौजूद कांग्रेस पार्षदों ने नपाध्यक्ष को कहा कि यह अपनी ही पार्टी को होकर इस तरह विवाद कर रहा है इसे पार्टी से निकालो, पुलिस में रिर्पोट दर्ज कराओं लेकिन  नपाध्यक्ष शेख ने पार्टी फोरम पर यह बात उठाने की बात कहीं और विवाद को यहीं शांत किया।
लीज भूमि पर केवल नोटिस का खेल हो रहा
पार्षद विजय गुर्जर ने कहा कि  शहर में कई दुकानें तथा अन्य संस्थान लीज पर दिए गए है, लीज की भूमि का समय निकलने के बावजुद नगरपालिका द्वारा अपने स्वामित्व की लीज की भूमि पर अपना कब्जा नही किया जा रहा है, केवल नगरपालिका संबंधित व्यक्ति को नोटिस-नोटिस खेलने में जुटी हुई है । गांधी चौराहा पर स्थित गैरेज की भूमि को दुकान में परिवर्तित कर लीज स्वामी के द्वारा तगड़ा लाभ एकत्र किया जा रहा है, लेकिन नगरपालिका को चंद राशि राजस्व के रूप में मिल पा रही है । खास बात यह है कि उक्त लीज की समय सीमा समाप्त हो चुकी है बावजुद इसके  आठ माह पहले  संबंधित व्यक्ति को नोटिस जारी किया गया था लेकिन अब तक कोई कार्यवाही नही हुई है ।
स्थाई तथा अस्थाई अतिक्रमण को हटवाया जाएें
पार्षद रूपल अशांशु संचेती ने अपनी बात रखते हुए 16 कालोनियों के प्रकरण पर लिखित में आपत्ति देते हुए कहा कि इनका राजस्व दस्तावेज के गहन निरीक्षण और विकास कार्यो का भौतिक सत्यापन होने के बाद ही नामांतरण की कार्यवाही हो। चम्बल का पानी 2 वर्ष हो गये मन्दसौर को नहीं मिला, वही पेयजल टंकी में दरार आने पर ठेकेदार के विरुध्द क्या कार्यवाही की ? अस्थाई ओर स्थाई सभी अतिक्रमण को तत्काल हटाया जाना चाहिए। नगर की 60 अवैध कालोनियों के विकास के प्रस्ताव शासन को भिजवाने व ग्रीन बेल्ट की भूमि पर कैसे नामांतरण हो रहे है ?नामांतरण पर लगने वाला 2 प्रतिशत शुल्क को कम किया जाने संबंधी प्रस्ताव परिषद में लाना चाहिए। भारी बारिश के कारण किटियानी के रॉड भी क्षतिग्रस्त हुए है उन् पर भी सिलकोट किया जाए।
पेचवर्क की राशि बढ़ाई जाएं
अत्यधिक बारिश के चलते अधिकांश वार्डो की सड़कें उखड़ गई है जिनके पेचवर्क के लिए प्रत्येक वार्ड को 5-5 लाख रू. की राशि स्वीकृत की जाएें इसकी मांग पार्षद के द्वारा की गई , तभी नपाध्यक्ष हनीफ शेख ने कहा कि 40 लाख रू. की राशि इस पेचवर्क कार्य के लिए तय की गई है और सभी पार्षदों की सहमति हो तो इस राशि को एक करोड़ रू. किया जा सकता है और सहमति मिलने के बाद बैठक में ही इस राशि को बढ़ाकर एक करोड़ रू. किया गया । पार्षद ने मांग की कि कई ठेकेदारों के द्वारा नियम कायदों को तांक पर रख सड़क का निर्माण किया गया जिसके कारण आज कई सड़के उखड़ गई हे और पेचवर्क कराने की नोबत आई है तभी नपाध्यक्ष ने जवाब देते हुए कहा कि सभी ठेकेदारों को नोटिस जारी किया गया है तथा उनका भुगतान भी रोक दिया गया है ।
मेला सभापति को लेकर हुई उलझन
आगामी दिनों में दीपावली के पश्चात प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी पशुपतिनाथ भगवान के मेले का आयोजन होना है, मेले के आयोजन के लिए प्रतिवर्ष सभापति नियुक्त किया जाता है लेकिन इस वर्ष बीजेपी के पार्षदों ने मांग की कि बहुमत के आधार पर उपाध्यक्ष सुनील जैन महाबली को सभापति नियुक्त किया जाएें वहीं कांग्रेस के पार्षद एवं अध्यक्ष ने समिति का गठन करने की बात कहीं जिसको लेकर दोनों पक्षों के पार्षद अपनी-अपनी बात को लेकर अड़ गए । अंत में मामला विचार विमर्श के पश्चात तय करने पर सहमति बनी ।
योजना की राशि उपलब्ध कराएें
पूर्व सभापति पुलकित पटवा ने बैठक में कहा कि बाढ़ के चलते निचली बस्ती खानपुरा, गुदरी, धानमण्डी आदि कई क्षेत्रों में मकान क्षतिग्रस्त हुए है, कई गरीबो के मकान जमीदोज भी हो गए है । ऐसे में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत जिन गरीबों के मकान स्वीकृत हो चुके है तथा राशि भी उपलब्ध हो गई है उन ऐसे गरीबों को चिन्हित कर सबसे पहले इन्हें राशि उपलब्ध कराई जाएें ताकि ऐसे गरीबों को पुनः प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत छत उपलब्ध हो पाएें ।
गेहूं तक नही मिलें
बाढ़ प्रभावित कई क्षेत्रों में आज भी गरीब दो वक्त की रोटी के लिए मौहताज हो रहा है, मुख्यमंत्री तथा नगरीय प्रशासन मंत्री तक मंदसौर आएें और वादा करके गए थे कि तत्काल 50 किलो गेहूं एवं राशन उपलब्ध कराया जाएें एवं सर्वे कराकर मुआवजे की राशि भी जल्द से जल्द वितरित की जाएें । यह बात पूर्व सभापति मुकेश खिमेसरा ने बैठक के दौरान कहीं। आपने कहा कि पहले पटवारी हड़ताल पर थे और अब तहसीलदार हड़ताल पर चले गए दोनों के बीच में गरीब पीस रहे है, सर्वे तक नही हुआ ।
व्यापारियों से मिलना भी उचित नही समझा
अतिवृष्टि के बाद मुख्यमंत्री एवं अन्य मंत्रियों के अलावा प्रभारी मंत्री भी मंदसौर आएें थे । मंदसौर दौरे के दौरान न तो प्रभारी मंत्री ने और ना ही नगरीय प्रशासन मंत्री ने व्यापारियों से मिलने की जहमत उठाई, जबकि व्यापारियों से मुलाकात कर उनकी समस्याओं और नुकसानी के सर्वे के निर्देश देकर उन्हें राहत उपलब्ध कराई जाना चाहिए थी, यह बात पार्षद रामकोटवानी ने कहते हुए कहा कि स्वयं नगर पालिका अध्यक्ष जो कि शहर के प्रथम नागरिक है उनके द्वारा भी प्रभारी मंत्री को अवगत कराया गया कि व्यापारियों को भी खासा नुकसान हुआ है । बावजुद इसके प्रभारी मंत्री ने इनकी तक नही सूनी ।
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