Friday, April 26th, 2024 Login Here
कलेक्टर के नाम ज्ञापन देकर बताई समस्याएं
मन्दसौर निप्र । बुलंद आवाज नारी शक्ति आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संगठन मंदसौर द्वारा कलेक्टर के नाम एक ज्ञापन देकर आंगनवाड़ी कार्यकर्ता को निर्वाचन विभाग द्वारा दिये गये बीएलओ कार्य व खाद्य विभाग द्वारा बीपीएल राशन कार्ड कार्य, डाक विभाग से संबंधित सुकन्या समृध्दि योजना का कार्य आंगनवाड़ी से संबंधित नहीं होने के कारण उक्त कार्यों कों करने से इंकार किया।
उक्त जानकारी देते हुए संगठन के प्रदेश संरक्षक श्याम सोनावत, प्रदेश संयोजक व जिलाध्यक्ष चैना गुर्जर, जिला कोषाध्यक्ष मंजूबाला चौहान ने बताया कि निर्वाचन विभाग व शासन द्वारा आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को निवर्ााचन संबंधित बीएलओ का कार्यभार दिया गया है। जिसके पश्चात् आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा लोकसभा में निर्वाचन के दौरान बीएलओ कार्य किया गया था। जिसमें उन्हे ंकाफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। इसी प्रकार खाद्य विभाग से संबंधित बीपीएल राशन कार्ड से संबंधित सर्वे नं. व नाम के सत्यापन आदि कार्य सौंपा गया जिससे राशनकार्ड धारियों के नाम सत्यापन होने के कारण कटने से उक्त परिवार के सदस्यों द्वारा अपने बच्चो को आंगनवाड़ी में नहीं भेजा जाएगा तथा आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं में आपसी विवाद की स्थिति उत्पन्न होगी जो भी परेशानी का कारण है। इसी प्रकार सुकन्या समृध्दि योजना का कार्य भी सोंपने के आदेश दिये। जबकि आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के पास पूर्व से ही विभाग से संबंधित कार्यों की काफी अधिकता है। इसके अतिरिक्त अन्य विभागों के कार्य सौंपने से आंगनवाड़ी कार्य पिछड़ रहे है तथा सरकार द्वारा जिस उद्देश्य से आंगनवाड़ी का संचालन किया जाता है वह उद्देश्य सिध्द नहीं हो पाएगा। साथ ही उक्त नवीन कार्य के संबंध में जानकारी देने के लिये ग्राम व वार्ड से दूर शहरी विभाग में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को मीटिंग में दिन में 2 बजे रखी मीटिंग उपस्थित होने के बाद रात 9 बजे तक वापस लौटना पडॠता है जिससे महिला होने के कारण संभव नहीं है। कई जगह गांव में वाहन भी उपलब्ध नहीं रहता और उन्हें पैदल ही जाना पड़ता है। गांवों में इंटरनेट सुविधा भी नहीं रहती व आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं पर परिवार की जिम्मेदारी भी रहती है। कई आंगनवाड़ी कार्यकर्ता 5वी से 10वीं तक ही पढ़ी हुई है जिससे कार्य प्रशिक्षण भी ठीक ढंग से समझ नहीं आ पाता है। तीन नवीन कार्य करने का दबाव बनाया जा रहा है। अगर 4 दिवस में आदेश पारित नहीं किया तो संगठन द्वारा आंदोलन व धरना प्रदर्शन किया जावेगा। ज्ञापन के साथ हाईकोर्ट स्टे, यूनियन का पत्र एवं महिला एवं बाल विकास विभाग के आदेश की प्रति भी लगाई गई। इस अवसर पर परवीन पठान, उषा सोनावत, रमाकांता शर्मा, सुगन्ध सूर्यवंशी, कृष्णा धाकड़, मंजू गुर्जर, यशोदा परिहार, अवंतिका सोनी, गिरजा गोस्वामी, रेखा धनगर, राजीया बी, माया रायकवार, मुन्नी विश्वकर्मा, पुष्पा प्र्रजापत, ज्योति सोनार्थी, लक्ष्मी लील, मुन्नी जैन, भवरी राठौर, पिंकी मालवीय, कारी पाटीदार, सुनिता परिहार, कृष्ण मकवाना, सविता मालवीय, मानकुंवर डांगी, बसंती परिहार, अनिता सेन, सरोज चरेड़िया, अंगूरबाला शर्मा, श्यामलता परमार, कमला मीणा, मुन्नी शर्मा, सीमा गौड़, निर्मला जोशी, सुशीला गुप्ता, विष्णु बोराना, गायत्री बैरागी, संगीता जैन, अनिता रावत, विद्या राणा सहित सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित थी।