Friday, April 26th, 2024 Login Here
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कोरोना वायरस के गंभीर संक्रमण के गंभीर खतरे के समय नाराज होना लाजमी है। मंदसौर शहर और आसपास के क्षेत्रों में भी ऐसे बेपरवाहओं की कमी नहीं है जो इस गंभीर संक्रमण को भी हल्के में ले रहे हैं। शासन, प्रशासन और प्रधानमंत्री की अपील पर भी ध्यान नहीं दे रहे हैं और अपनी बेपरवाही के आलम के चलते गली मोहल्लों में झुंड बनाकर गप्पे लड़ा रहे है।
कोई भी सरकार कभी भी पैनिक नहीं फैलाती है बल्कि हर खतरे में यही कहती है कि जनता डरे नहीं सब कुछ ठीक है लेकिन इस बार यह पहली बार हो रहा है कि भारत के प्रधानमंत्री खुद राष्ट्र के नाम संदेश देकर यह कह रहे हैं कि यह समय कोरोना को हल्के में लेने का नहीं है बल्कि हमें गंभीरता के साथ इसका मुकाबला करना पड़ेगा। सारी सावधानियों को बरतना पड़ेगा बावजूद इसके शायद कुछ लोगों को यह समझ नहीं आ रहा है प्रशासन ने कोरोना की चैन को तोड़ने के लिए लाक डाउन का ऐलान किया है। इसका मतलब यह है कि हर व्यक्ति को अपने घर के अंदर ही रहना है बहुत ज्यादा जरूरी होने पर ही घर के बाहर आना है और वह भी अकेले बावजूद इसके मंदसौर के नरसिंहपुर क्षेत्र में लोग केवल गप्पे लड़ाने के लिए गलियों में घूम रहे हैं दुकानों के बाहर पट्टियों पर बैठ रहे हैं, खानपुरा की गलियों में भी यही स्थिति देखने को मिल रही है। लोग फुर्सत के क्षणों में एक साथ इकट्ठे होकर टाइम पास कर रहे हैं लेकिन वह यह समझ नहीं रहे कि यह कितना गंभीर है वह खुद भी कोरोना की चपेट में आ सकते हैं और उनके साथ उनका परिवार और अन्य लोग भी चपेट में आ सकते हैं।
हमारा आपसे आग्रह है कि यह समय बेपरवाह होने का नहीं है सावधानी बरतिये,लाग डाउन का पालन कीजिए और अपने घरों में ही रहें ताकि कोरोना जैसी गंभीर बीमारी से शहर मुक्त रहें।