Friday, April 26th, 2024 Login Here
बिना मास्क के दिखे तो पुलिस ने लगवाई उठक-बैठक
मंदसौर । प्रधानमंत्री द्वारा गरीबो के खाते में डाले गए 500-500 रू. के लिए शहर के कियोस्क पर चहल-कदमी कम नही हो रही है । धुप से बचाने की खातिर कियोस्क सेन्टर ने भले ही दुकानों के बाहर टेन्ट लगा दिया हो लेकिन फिर भी ये महिलाऐ मानने को तैयार नही है इन्हें तो बस भीड़ इकठ्ठी कर बतियाने से वास्ता है फिर चाहे सोश्यल डिस्टेसिंग की धज्ज्ाियां ही क्यों न उड़ जाऐ ।
हाथो में 500-500 रू. की राशि आते ही सड़को पर महिलाओं की चहल-कदमी एक दम से बढ़ गई । कोई बैंक जा रहा है तो कोई कियोस्क सेन्टर पर जा रहा है । यहां कोरोना से बचने के लिए सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम है लेकिन ये महिलाऐ समझने को तैयार नही है । सोश्यल डिस्टेसिंग के लिए कियोस्क सेन्टर और बैंको में गोले भी बना दिए गए है । लेकिन फिर भी इनका पालन नही हो रहा है । बैंक में तो गार्ड मौजुद रहता है जो कडाई के साथ इसका पालन कराता है लेकिन कियोस्क संचालक की कोन माने । कोई सोश्यल डिस्टेसिंग के लिए बनाऐ गए गोलो में अपनी चप्पले रखकर भीड़ इकठ्ठा कर बैठ जाता है तो कोई वैसे ही भीड़ जमाकर ऐसे ही खड़े हो रहे है ऐसे में सोश्यल डिस्टेसिंग की तो धज्ज्ािया उड़ रही है और यह कोरोना की जंग में भारी साबित हो सकता है । लेकिन फिर भी ये महिलाऐ समझने के लिए तैयार नही है और ना ही इन पर अभी तक पुलिस ने कोई सख्ती दिखाई है ।
वहीं दूसरी और शुक्रवार को बिना मास्क के शहर मे निकले लोगों को पुलिस ने रोका और हिदायत दी कि बिना मास्क के निकलना उनके लिए खतरनाक हो सकता है पुलिस ने इनसे उठक-बैठक भी लगवाई और बाद में उन्हें मास्क दिया और कहा कि इसका इस्तेमाल करें और बिना मास्क के बाजार में नही आऐ ।
पुलिस ने दी मानवता की मिसाल
लॉक डाउन के पालन में सख्त नजर आ रही पुलिस के जवानों ने मानवता की मिसाल भी पेश की । गीता भवन अण्डरब्रिज की घाटी पर एक ठेला मजदुर से राशन से भरा ठेला घाटी पर नही चढ़ रहा था तो वहां खड़े सहायक उपनिरीक्षक जितेन्द्र सोलंकी और एक आरक्षक ने मजदुर की व्यथा को समझते हुए उसकी मदद के लिए हाथ आगे बढ़ाऐ और मजदुर के ठेले को धक्का लगवाकर घाटी पार करा दी । घाटी चढ़ते ही मजदुर की आंखो मे कृतज्ञता के भाव थे वहीं इन पुलिस जवानो के सिर पर किसी कि मदद करने का सुकुन था ।