Friday, April 26th, 2024 Login Here
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मंदसौर, रतलाम से गुजरात की तरफ बढ़े बदरवाॅ, मंगलवार को मौसम साफ रहने का अनुमान
मंदसौर जनसारंगी।
पिछले एक महिने से मानसून की राह ताक रहे मंदसौर में चार दिनों से अच्छी बारिश हो रहीं है। इसी के चलते अभी तक करीब 12 इंच बारिश हो चूकी है। कभी रूक-रूक कर तो कभी तेज बारिश के कारण मौसम पूरी तरह से ठंडा हो गया और फसलों को जीवन दान मिल गया है। रिमझिम बरस रहा पानी अब फसलों के लिए अमृत साबित हो रहा है। मंदसौर के साथ ही राजस्थान के क्षेत्रों में अच्छी बारिश होने के कारण शिवना नदी में भी तेजी से पानी की आवक बढ़ गई और शिवना नदी लबालब हो गई। पेयजल के प्रमुख स्त्रोत काला भाटा, रामघाट पूरी तरह से भर चूके है इसके बाद शिवना नदी का जल तेजी से भगवान पशुपतिनाथ के चरण पखारकर अभिषेक करने को आतुर हो चला था लेकिन पानी की आवक थमने से शिव से शिवना दूर रह गई। हालांकि अब बादलों के रतलाम, मंदसौर से होकर गुजरात की तरफ बढ़ने के कारण मंगलवार को मौसम पूरी तरह से साफ रहने का अनुमान मौसम विभाग ने लगाया है।
मंदसौर में अमूमन 15 जून तक मानसून आने लगता है और 25 जून तक तो अच्छी बारिश शुरू हो जाती है लेकिन इस बार सावन आने तक मंदसौर में मानसूनी बारिश शुरू नहीं हो पाई इसी के चलते फसले खत्म होने की स्थिति में आ गई थी, पेयजल की किल्लत भी शुरू हो गई थी। इसी के चलते उज्जैयनी, भजन-कीर्तन के आयोजन शुरू हो गऐ थे लेकिन शुक्रवार से मंदसौर में अच्छी बारिश शुरू हुई जो लगातार चैथे दिन सोमवार को भी पूरे दिन होती रहीं जिसके कारण मौसम पूरी तरह से ठंडा हो गया और फसलों को भी नया जीवन मिल गया। साथ ही पेयजल की कील्लत भी पूरी तरह से खत्म हो गई क्योंकि चार दिनों में करीब पांच इंच से अधिक बारिश हो गई, शिवना नदी के जलभराव क्षेत्रों में भी अच्छी बारिश होने के कारण तेजी से पानी की आवक हुई और सोमवार को शिवना नदी अपने पूरे वेग से बह रहीं थी। पहले काला भाटा फिर रामघाट होते ही शिवना नदी की छोटी पुलिया को जलमग्न करते हुए मुक्तिधाम को भी शिवना नदी का पानी जलमग्न कर रहा था। ऐसे में उम्मीद की जा रहीं थी कि लगातार बरस रहे पानी से शिवना मैय्या भगवान शिव का जलाभिषेक करेंगी। लेकिन दोपहर बाद शिवना नदी में पानी की आवक कम हो गई और पानी उतार पर आ गया ऐसे में शिवना नदी आज शिवजी का अभिषेक नहीं कर सकी। उधर गांधीसागर बांध के जलग्रहण क्षेत्रों रतलाम, मंदसौर, नीमच व राजस्थान के प्रतापगढ़ जिले में हुई अच्छी बरसात के चलते बांध का जलस्तर 1290.90 फीट पर पहुंच गया है। अभी बांध में 50 हजार क्यूसेक पानी की आवक हो रही है। बांध का पूर्ण जलस्तर 1313 फीट है। अभी बांध बहुत खाली है। जल संसाधन विभाग के एसडीओ देव ने बताया कि हर चार घंटे में बांध का जलस्तर जायजा ले रहे हैं।

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