Saturday, April 27th, 2024 Login Here
प्रशासन ने व्यवस्थाओं को अपर्याप्त माना, 1 से 7 अप्रैल तक होना था आयोजन
मनासा। प्रख्यात कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा के मुखारबिंद से मनासा नगर के अक्षत नगर कॉलोनी में 1 से 7 अप्रैल तक आयोजित होने वाली श्री शिव महापुराण कथा को निरस्त कर दिया गया है। सोमवार को इस संबंध में मनासा एसडीएम कार्यालय से 11 पेज का एक आदेश भी जारी किया गया है। जिसमें मनासा एसडीएम आदर्श आचार संहिता के चलते पुलिस बल की कमी ओर आयोजकों द्वारा आयोजन के लिए निर्धारित व्यवस्थाओं को अपर्याप्त माना गया है। एसडीएम पवन बारिया ने बताया कि आज कथा निरस्त करने का आदेश जारी किया गया है। इस संबंध में आयोजकों और पंडित प्रदीप मिश्रा के कार्यालय से जुड़े शुक्ला जी को लिखित आदेश से अवगत करा दिया गया है। आगे की तारीख के लिए कहा गया है। दरअसल आदर्श आचार संहिता के चलते पुलिस बल की कमी है। अतिरिक्त बटालियन भी अन्य राज्यों में चुनाव के चली गई है। आयोजन स्थल पर भी व्यवस्थाएं संतोषजनक नहीं पाई गई है। संसाधनों की कमी भी देखी गई है। इस संबंध में वरिष्ठ अधिकारियों और हमने भी निरीक्षण करने के बाद आयोजकों से कहा था। लेकिन फिर भी व्यवस्थाएं अपर्याप्त ही रहीं। इन तमाम बातों के चलते श्री शिव महापुराण कथा के आयोजन निरस्त किया गया है।
कथा निरस्त के वो कारण जो प्रशासन ने बताए-
वर्तमान में आर्दश आचरण संहिता प्रभावशील है।
आयोजकों द्वारा आज तक यह जानकारी नहीं दी गई कि व्यवस्था में कितने वालंटियर रहेंगें तथा उनके क्या नाम है?
प्रथम दृष्ट्या ऐसा प्रतीत हो रहा है कि उक्त आयोजन के तारतम्य में आयोजकों का स्थानीय सामाजिक व अन्य सेवाभावी संगठनों से कोई समन्वय व तालमेल नहीं है। इस कारण भी अन्य संगठनों का सहयोग प्राप्त होगा इसमें संशय है।
आयोजकों की यातायात व्यवस्था की भी कोई ठोस प्लानिंग नहीं है।
सुरक्षाकर्मी, वालंटियर आदि की भोजन व्यवस्था व ठहरने की कोई ठोस प्लानिंग नहीं है।
चूंकि पंडित प्रदीप मिश्रा (सीहोर वाले) अंतर्राष्ट्रीय कथा प्रवक्ता हैं, जिन्हें सुनने व देखने लाखों लोगों के आने की संभावना है। गर्मियां शुरू हो चुकी हैं तथा आयोजकों की पेयजल की भी कोई प्लानिंग नहीं है।
मनासा। प्रख्यात कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा के मुखारबिंद से मनासा नगर के अक्षत नगर कॉलोनी में 1 से 7 अप्रैल तक आयोजित होने वाली श्री शिव महापुराण कथा को निरस्त कर दिया गया है। सोमवार को इस संबंध में मनासा एसडीएम कार्यालय से 11 पेज का एक आदेश भी जारी किया गया है। जिसमें मनासा एसडीएम आदर्श आचार संहिता के चलते पुलिस बल की कमी ओर आयोजकों द्वारा आयोजन के लिए निर्धारित व्यवस्थाओं को अपर्याप्त माना गया है। एसडीएम पवन बारिया ने बताया कि आज कथा निरस्त करने का आदेश जारी किया गया है। इस संबंध में आयोजकों और पंडित प्रदीप मिश्रा के कार्यालय से जुड़े शुक्ला जी को लिखित आदेश से अवगत करा दिया गया है। आगे की तारीख के लिए कहा गया है। दरअसल आदर्श आचार संहिता के चलते पुलिस बल की कमी है। अतिरिक्त बटालियन भी अन्य राज्यों में चुनाव के चली गई है। आयोजन स्थल पर भी व्यवस्थाएं संतोषजनक नहीं पाई गई है। संसाधनों की कमी भी देखी गई है। इस संबंध में वरिष्ठ अधिकारियों और हमने भी निरीक्षण करने के बाद आयोजकों से कहा था। लेकिन फिर भी व्यवस्थाएं अपर्याप्त ही रहीं। इन तमाम बातों के चलते श्री शिव महापुराण कथा के आयोजन निरस्त किया गया है।
कथा निरस्त के वो कारण जो प्रशासन ने बताए-
वर्तमान में आर्दश आचरण संहिता प्रभावशील है।
आयोजकों द्वारा आज तक यह जानकारी नहीं दी गई कि व्यवस्था में कितने वालंटियर रहेंगें तथा उनके क्या नाम है?
प्रथम दृष्ट्या ऐसा प्रतीत हो रहा है कि उक्त आयोजन के तारतम्य में आयोजकों का स्थानीय सामाजिक व अन्य सेवाभावी संगठनों से कोई समन्वय व तालमेल नहीं है। इस कारण भी अन्य संगठनों का सहयोग प्राप्त होगा इसमें संशय है।
आयोजकों की यातायात व्यवस्था की भी कोई ठोस प्लानिंग नहीं है।
सुरक्षाकर्मी, वालंटियर आदि की भोजन व्यवस्था व ठहरने की कोई ठोस प्लानिंग नहीं है।
चूंकि पंडित प्रदीप मिश्रा (सीहोर वाले) अंतर्राष्ट्रीय कथा प्रवक्ता हैं, जिन्हें सुनने व देखने लाखों लोगों के आने की संभावना है। गर्मियां शुरू हो चुकी हैं तथा आयोजकों की पेयजल की भी कोई प्लानिंग नहीं है।