Saturday, April 27th, 2024 Login Here
15 करोड़ की हवाई पट्टी बनने के बाद भी पर्यटकों को मन्दसौर लाना सपना ही रह गया
मंदसौर। हाल ही में प्रदेश सरकार की कैबिनेट बैठक में धार्मिक यात्राओं के लिए हवाई सर्किट का ऐलान हुआ और इसके लिए कई जगहों को इसमें जोड़ा गया पर मंदसौर एक बार फिर सभी संभावनाओं के बाद भी इससे वंचित रह गया। पूर्व में भी ओम सर्किट से मंदसौर को जोडने और उदयपुर-इंदौर के बीच मंदसौर को सेंटर मानकर हवाई यात्रा से जोडऩे के के प्रस्ताव बने लेकिन वह कागजों तक ही सीमित रह गए।
15 करोड़ की लागत की ढाई किमी की एयर स्ट्रीप बनकर तैयार है, लेकिन कई साल बाद भी हवाई यात्रा से मंदसौर को जोडऩा और मंदसौर में धार्मिक व पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए पर्यटकों को उदयपुर, इंदौर व उज्जैन से मंदसौर लाना सपना ही बना हुआ है। धार्मिक यात्राओं के लिए हवाई सर्किट पर निर्णय हुआ और इसमें फिर से एक मंदसौर खाली हाथ रह गया तो इसे लेकर मांग उठी। तमाम संभावनाओं के बाद भी मंदसौर इससे जुड़ नहीं की पाया है।
इच्छा शक्ति की कमी
मंदसौर का धार्मिक से लेकर कृषि के अलावा पर्यटन की दृष्टि से महत्व है। शहर में शिवना किनारे विश्व की इकलौती अष्टमुखी भगवान पशुपतिनाथ की मूर्ति है तो इसी परिसर में अब सहस्त्र शिवलिंग भी स्थिति है। वहीं शामगढ़ में धर्मराजेश्वर के साथ गांधीसागर में एशिया की पहली मानव निर्मित झील के साथ अब गांधीसागर अभयारण्य भी तेजी से विकसित हो रहा है। वहीं पोलाडूंगर की गुफाओं के अलावा कई धार्मिक व पर्यटन महत्व वाले स्थान जिले में है। वहीं देश में लहसुन उत्पादन का बड़ा गढ़ होने के साथ औषधि व मसाला फसलों की खेती के लिए भी मंदसौर की पहचान है। सबकुछ होने के बाद भी मंदसौर का हवाई यात्रा का सपना अब तक अधूरा ही है और अब जब धार्मिक यात्रा को बढ़ावा देने के लिए हवाई सर्किट बन रहा है तो मंदसौर में भी पशुपतिनाथ लोक बन रहा है। इसके बाद भी मंदसौर पर ध्यान नहीं दिया और एक बार फिर मंदसौर इससे खाली हाथ रह गया। कई सालों से इस पर दावे व आश्वासन दिए जा रहे है लेकिन इच्छाशक्ति के अभाव में इस पर काम अब तक नहीं हुआ।
एक्स पर मंदसौर को जोडऩे की मांग
कुछ दिनों पहले हुई कैबिनेट बैठक के बाद पूर्व विधायक यशपालसिंह सिसौदिया ने इसे लेकर एक्स अकाउंट पर मैसेज किया। इसमें बताया कि कैबिनेट में इंदौर को केंद्रित करते हुए उज्जैन और ओंकारेश्वर को सुविधा से जोड़ा गया है। ऐसे में मंदसौर को भी जोडने की मांग की। साथ ही विश्वप्रसिद्ध पशुपतिनाथ मंदिर से लेकर शामगढ़ में धर्मराजेश्वर, गांधीसागर बांध सहित कई धार्मिक व पर्यटक स्थल है।
मंदसौर। हाल ही में प्रदेश सरकार की कैबिनेट बैठक में धार्मिक यात्राओं के लिए हवाई सर्किट का ऐलान हुआ और इसके लिए कई जगहों को इसमें जोड़ा गया पर मंदसौर एक बार फिर सभी संभावनाओं के बाद भी इससे वंचित रह गया। पूर्व में भी ओम सर्किट से मंदसौर को जोडने और उदयपुर-इंदौर के बीच मंदसौर को सेंटर मानकर हवाई यात्रा से जोडऩे के के प्रस्ताव बने लेकिन वह कागजों तक ही सीमित रह गए।
15 करोड़ की लागत की ढाई किमी की एयर स्ट्रीप बनकर तैयार है, लेकिन कई साल बाद भी हवाई यात्रा से मंदसौर को जोडऩा और मंदसौर में धार्मिक व पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए पर्यटकों को उदयपुर, इंदौर व उज्जैन से मंदसौर लाना सपना ही बना हुआ है। धार्मिक यात्राओं के लिए हवाई सर्किट पर निर्णय हुआ और इसमें फिर से एक मंदसौर खाली हाथ रह गया तो इसे लेकर मांग उठी। तमाम संभावनाओं के बाद भी मंदसौर इससे जुड़ नहीं की पाया है।
इच्छा शक्ति की कमी
मंदसौर का धार्मिक से लेकर कृषि के अलावा पर्यटन की दृष्टि से महत्व है। शहर में शिवना किनारे विश्व की इकलौती अष्टमुखी भगवान पशुपतिनाथ की मूर्ति है तो इसी परिसर में अब सहस्त्र शिवलिंग भी स्थिति है। वहीं शामगढ़ में धर्मराजेश्वर के साथ गांधीसागर में एशिया की पहली मानव निर्मित झील के साथ अब गांधीसागर अभयारण्य भी तेजी से विकसित हो रहा है। वहीं पोलाडूंगर की गुफाओं के अलावा कई धार्मिक व पर्यटन महत्व वाले स्थान जिले में है। वहीं देश में लहसुन उत्पादन का बड़ा गढ़ होने के साथ औषधि व मसाला फसलों की खेती के लिए भी मंदसौर की पहचान है। सबकुछ होने के बाद भी मंदसौर का हवाई यात्रा का सपना अब तक अधूरा ही है और अब जब धार्मिक यात्रा को बढ़ावा देने के लिए हवाई सर्किट बन रहा है तो मंदसौर में भी पशुपतिनाथ लोक बन रहा है। इसके बाद भी मंदसौर पर ध्यान नहीं दिया और एक बार फिर मंदसौर इससे खाली हाथ रह गया। कई सालों से इस पर दावे व आश्वासन दिए जा रहे है लेकिन इच्छाशक्ति के अभाव में इस पर काम अब तक नहीं हुआ।
एक्स पर मंदसौर को जोडऩे की मांग
कुछ दिनों पहले हुई कैबिनेट बैठक के बाद पूर्व विधायक यशपालसिंह सिसौदिया ने इसे लेकर एक्स अकाउंट पर मैसेज किया। इसमें बताया कि कैबिनेट में इंदौर को केंद्रित करते हुए उज्जैन और ओंकारेश्वर को सुविधा से जोड़ा गया है। ऐसे में मंदसौर को भी जोडने की मांग की। साथ ही विश्वप्रसिद्ध पशुपतिनाथ मंदिर से लेकर शामगढ़ में धर्मराजेश्वर, गांधीसागर बांध सहित कई धार्मिक व पर्यटक स्थल है।